मुंबई: भारत देश में मराठों और दलितों की हिंसा दिनोंदिन भयानक रूप लेती जा रही है. आज शाम पुणे के पास भीमा कोरेगांव में मराठा और दलितों के बीच हुए झगड़े ने भयानक रूप धारण कर लिया है. इस हिंसा के चलते मंगलवार को मुंबई में सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. इतना ही नहीं बल्कि सुबह ही मुंबई इस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर दलितों ने जमकर हल्ला बोल दिया जिसके बाद वहां की ट्रैफिक को ठप कर दिया गया. इसके इलावा शहंशाह ने मुंबई की हर्बल लाइन को भी ब्लॉक कर दिया है. ताजा खबरों के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इन हालातों का जायजा ले रहे हैं. पुलिस के अनुसार मुंबई के 8 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है और बुधवार को पूरा महाराष्ट्र बंद.
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कोरेगांव मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. मुख्यमंत्री के अनुसार हाईकोर्ट के जज इस मामले की अगुवाई करेंगे और साथ ही उन्होंने एक युवक की हत्या की जांच के आदेश भी दे दिए हैं. मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने मृतक युवक के परिवार वालों को ₹10000 मुआवजा देने का ऐलान किया है और साथ ही हिंसा को भड़काने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कारवाई करने का आदेश दिया है.
दरअसल पुणे जिला के बीमार गोरेगांव की यह लड़ाई की शुरुआत 220 सालगिरह पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी जो धीरे-धीरे हिंसा में बदल गई. इसी मारपीट के दौरान एक युवक की मृत्यु भी हो गई जिसकी शरद पवार ने कड़ी निंदा की. शरद पवार के अनुसार लोग पिछले 200 सालों से वहां आ जा रहे हैं परंतु आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ था. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि 200 साल पहले एक लड़ाई में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने पेशवा की सेना को हराया था.
पेशवा की सेना की हार को दलित नेता ब्रिटिश जीत मानकर जश्न मनाते हैं. इसी के चलते पुणे में कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने ब्रिटिश जीत के जश्न का विरोध जताया था. इसी विरोध के चलते लोग भीमा कोरेगांव में पथराव करने लगे और साथ ही तोड़फोड़ को अंजाम दिया. जिसके देखो देखी ही मुंबई में अफरा तफरी मच गई.
इसके इलावा एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंसा में एक व्यक्ति बुरी तरह से घायल हो गया जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई. फिलहाल पुलिस उस मृतक की पहचान करने में जुटी हुई है और उसके परिजनों का पता लगाने में लग गई है. दरअसल इस पूरी लड़ाई की शुरुआत सदस्यों के बीच स्मारक की ओर जाने के दौरान किसी मुद्दे को लेकर हुई थी. इसी बीच वहां मौजूद एक पुलिस वाले ने बताया कि इस बहस ने पथराव और तोड़फोड़ का रूप धारण कर लिया. पुलिस के अनुसार लोगों ने वहां मौजूद मकानों को तोड़ना फोड़ना शुरू कर दिया साथ ही वाहनों को भी हानि पहुंचा दी.
इस हिंसा के चलते पुणे अहमदनगर के राजमार्ग पर यातायात को ठप कर दिया गया परंतु फिलहाल राज्य रिजर्व पुलिस बल के कारण हालात नियंत्रण में है. मुंबई के हालात काबू में रखने के लिए वहां हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है साथ ही वहां मोबाइल नेटवर्क कुछ समय के लिए बंद कर दिए गए हैं ताकि भड़काऊ संदेशों को फैलने से रोका जा सके.